Thursday, July 28, 2011

आनंदवनभुवनी

आनंदवनभुवनी
देवची तुष्टला होता | त्याचे भक्तीस भुलला |
मागुता क्षोभला दुखे | आनंदवनभुवनी ||
कल्पांत मांडला मोठा | म्लेंच्छ दैत्य बुडवाया |
कैपक्ष घेतला देवी |आनंदवनभुवनी ||
बुडाले सर्व ही पापी | हिंदुस्थान बळावले |
अभक्तांचा क्षयो जाला |आनंदवनभुवनी ||
पूर्वी जे मारिले होते | ते ची आता बळावले |
कोपला देव देवांचा | आनंदवनभूवनी ||
त्रैलोक्य गांजिले मागे |ठाउके विवेकी जना |
कैपक्ष घेतला रामे | आनंदवनभुवनी ||
भीम ची धाडिला देवे | वैभवे धाव घेतली |
लांगूल चालिले पुढे | आनंदवनभुवनी ||
येथून वाढला धर्मू | रमाधर्म समागमे |
संतोष वाढला मोठा | आनंदवन भुवनी ||
बुडाला औरंग्या पापी | म्लेंच संहार जाहाला |
मोडली मांडली छेत्रे | आनंदवनभुवनी ||
बुडाले भेदवाही ते | नष्ट चांडाळ पातकी |
ताडिले पाडिले देवे | आनंदवनभुवनी ||
गळाले पळाले मेले |जाले देशधडी पुढे |
निर्मळ जाहाली पृथ्वी | आनंदवनभुवनी ||
उदंड जाहाले पाणी | स्नान संध्या करावया |
जप तप अनुष्ठाने |आनंदवनभुवनी ||
नाना तपे पुरश्चरणे |नाना धर्म परोपरी |
गाजली भक्ती हे मोठी | आनंदवन भुवनी ||
लिहिला प्रत्ययो आला | मोठा आनंद जाहाला |
चढता वाढता प्रेमा |आनंदवनभुवनी ||
बंडपाषांड उडाले |शुध आध्यात्म वाढले |
राम कर्ता राम भोक्ता | आनंदवनभुवनी ||
देवालये दीपमाळा |रंगमाळा बहुविधा |
पूजिला देव देवांचा | आनंदवन भुवनी ||
रामवरदायीनी माता |गर्द घेउनी उठिली |
मर्दिले पूर्वीचे पापी | आनंदवनभुवनी ||
प्रतेक्ष चालिली राया | मूळमाया समागमे |
नष्ट चांडाळ ते खाया | आनंदवनभुवनी ||

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हर गडी बदल रही रूप जिन्दगी...