Saturday, September 25, 2010

बिन तेरे क्या जीना

बिन तेरे क्या जीना

बिन तेरे क्या है जीना , मेरी दिल की रानी तुम,
मेरी खुशबू का मौसम, मेरे ख्वाबो की तावीर,
मेरी सपनों की तस्वीर , बिन तेरे कैसी यार,
वो जित वो हार , तेरे संग है सबकुछ, तू ना हो तो बेकार

सुनी खाली रातें, रूखे - फीकी बाते,
 हर आहट पे चोंकू तुझको हर सु देखू ,
तुझको हरदम सोंचू ,तुझको हरपाल चाहू,
 तेरे बिन तो जीवन मेरा हे इन्तेजार ..

तेरे साथ जिए जो पल, कुछ तुमसे नहीं बढ़कर,
तेरी खातिर साँस मै लू , तेरी खातिर जीता हु ,
तू है जीने की वजह , कर मेरा ऐतबार ...

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हर गडी बदल रही रूप जिन्दगी...