Sunday, August 8, 2010

जानेमन,

जानेमन, 

एक नाम तुम्हारा लेकर हम जीते है मरते है ,
ये इश्क निभाना देना तुम गुजारिश ये करते है ,
तुम खुश हो तो हम भी यु खुश रहते है
तुम रूटो तो हम खुद से रूटे रहते रहते है ..
ये जान लो बस तुमसे ही हम अपनी खबर रखते है
तुम भूल ना जाना इसको  गुजारिश ये करते है

जितना भी हम तुमको चाहों तो कम लगता है
ये इश्क इसीलिए ही तो पल पल बढ़ता है
तुम से ही इस  जीवन का सारा ही भ्रम रखते है 

तुम तोड़ ना देना इसे ये गुजारिश करते है 

मनोज 

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हर गडी बदल रही रूप जिन्दगी...